ब्यूटी पार्लर के कायदे और तहजीब




वैसे तो ब्यूटी पार्लर ऐसी जगह है, जहाँ हम रुपए देकर अपना सौंदर्योपचार करवाते हैं, वैसे ही जैसे अन्य सभी  जगहों से हम सामान खरीदते हैं और दाम चुकाते हैं। लेकिन फिर भी ब्यूटीशियन से हम उस तरह व्यवहार नहीं कर सकते जैसा कि हम  अन्य दुकानदारों के साथ   करते हैं। उदाहरण के लिए आप यही देखिए कि यहाँ हम मोल-भाव नहीं करते, जो कि हम भारतीयों का पसंदीदा शगल है। 

तो आई , जानें उन बातों, शिष्टाचारों को जिन्हें अपनाकर आप ब्यूटीशियन की पसंदीदा कस्टमर बनकर अतिरिक्त तवज्जो पा सकती हैं। और पर्सनल केयर, पर्सनल टच के साथ पा सकती हैं पहले से बेहतर सौंदर्योपचार। 

* ब्यूटी पार्लर के खुलने व बंद हो जाने के पश्चात  वहां नहीं जाना चाहिए! अक्सर पार्लर व ब्यूटीशियन का घर एक ही स्थान पर होता है, ऐसे में पार्लर बंद हो जाने पर उनके घर की घंटी बजाकर यह दबाव नहीं डालिए कि 'हम बड़ी दूर से आए हैं, इसलिए आपको हमारा काम तो करना ही पड़ेगा।'  

* अतिव्यस्त, नामी-गिरामी ब्यूटी पार्लर में जा रही हों तो कभी भी बिना अपॉइंटमेंट लिए नहीं जाएँ, खासतौर पर त्योहारों के मौके पर। 

* ब्यूटी पार्लर का दरवाजा धीरे से खोलिए व अनुमति लेकर अंदर जाइए। 

* ब्यूटी पार्लर में पहुँचकर इंतजार करना पड़े तो बिना कुछ बोले  चुप-चाप अपने नंबर आने की प्रतीक्षा कीजिए, किताबों व पत्र-पत्रिकाएँ पढ़ें, आँखें बंद कर संगीत सुनते हुए स्वयं को रिलेक्स कीजिए या फिर सजग रहकर पार्लर में हो रहे क्रियाकलापों को गौर से देखकर अपना ज्ञान बढ़ाइए। 

* ब्यूटी पार्लर में ,ज्यादा सोर-गूल नहीं करनी चाहिए! तेज आवज  में बातचीत नहीं करें, न ही ऐसी कोई हरकतें करें जिससे एक ब्यूटीशियन के काम में बाधा पड़े। 

* सब्जी भाजी या भारी-भरकम कोई भी शॉपिंग करने के बाद लदे-फदे पार्लर नहीं पहुँचें। 

*    एक ब्यूटीशियन के साथ से अनावश्यक बहस, तर्क-वितर्क नहीं  करनी चाहिए! और न ही रेट्स को लेकर विवाद करें। काम कराने से पहले पार्लर का चार्ज पूछ  लेना चाहिए! अगर आप चार्ज देने मे सहमत हैं तो  ही    काम कराइए वरना नहीं करवाए!

* एक ब्यूटीशियन के सामने दूसरी कोई भी ब्यूटीशियन की बुराई नहीं करनी चाहिए! और नहीं कुछ भी  अप-श्ब्द कहें। बिना कोई ब्युटीशियन की बुराई कहे भी आप अपनी वर्तमान ब्यूटीशियन की प्रशंसा कर सकती हैं। 

*  आप अपना एक काम करवाते समय कोई और रअपनी दर्जनों सौंदर्य समस्याओं का हल ब्यूटीशियन से जानने की कोशिश नहीं करें।

* ब्यूटी पार्लर में पार्टीशंस होते हैं, जहाँ फेशियल, स्टीमिंग, मसाज, वैक्सिंग या अन्य कोई सौंदर्योपचार किया जाता है। ऐसी जगह पर ताक-झाँक करना उचित   नहीं समझा जाता है। इसलिए आपको जिस कक्ष में बैठाया गया हो, अपनी नजरों को वहीं तक सीमित रखें। इज्जत पाएँगी। 

* एक ब्यूटीशियन की गैर मौजूदगी में वहाँ पे मौजूद कॉस्मेटिक्स व उपकरणों को छूकर या हाथ में उठाकर देखना बचकानापन होगा। 

* अगर आपको कोई खास कॉस्मेटिक के नाम वगैरह पता करना है तो ब्यूटीशियन या उनकेे असिस्टेंट से कहिए, वह आपको वाजिब जानकारी अवश्य देगी। 


* पार्लर में सलीके से उठिए-बैठिए। ज्यादा जगह पाकर पसरना या पैर फैलाकर बैठ जाना उचित नहीं है! अभद्रता है। 

* अगर अगर आप असिस्टेंट से काम नहीं करवाना चाहती हों तो कोई बात नहीं, लेेकीन उन्हें कुछ भी अपशब्द नहीं कहेंना चाहिए!और न ही ये कहिए कि इसे क्या आता है? 

* काम हो जाने के पश्चात ब्यूटीशियन को धन्यवाद जरूर देंनी चााहि! व तुरंत बाहर आ जाना चाहिए। अगर आप वहीं रुककर अपने साथी का इंतजार करना  चाहती हैं तो  इसके लिए ब्यूटीशियन से अनुुुमति ले लेनी चाहिए। 


* बिगड़ी हेयर स्टाइल सुधरवाने जा रही हैं तो दिमाग को ठंडा रखकर जाइए। बिना किसी आरोप-प्रत्यारोप के अपनी बात कहिए। क्योंकि ब्यूटीशियन ने जान-बूझकर तो आपकी हेअर कटिंग गलत नहीं की होती और यह भी ध्यान रखें कि पार्लर में अन्य कस्टमर भी होते हैं। उनके सामने आप एक ब्यूटीशियन के कामों में नुक्स निकालेंगी तो उनकी साख खराब होगी। 

 जिनके वजह से: ब्यूटीशियन नाराज होगी और जो सुधार वह कर सकती थी, वह भी नहीं करेगी। ऐसे मामले में उचित होगा कि आप पहले फोन पर बात कर लें, फिर जाइए इससे ब्यूटीशियन मानसिक रूप से तैयार होगी! और वो आप का काम बहुत ही अच्छी तरह से करेंगे! 

* ब्यूटीशियन का काम, व्यवहार, स्वभाव आपको प्रभावित करता है, तो आपको उनकी तारीफ करनी ही चाहिए। तारीफ बेहद शिष्ट तरीके/ शब्दों में कीजिए। तारीफ वह टॉनिक है, जिसे पाकर व्यक्ति और बेहतर      से बेहतर काम करने की प्रेरणा पाता है। 

इस सबसे आपके अच्छे कस्टमर होने का पता चलता है व ब्यूटीशियन का आपसे एक मीठा रिश्ता कायम हो जाता है और अगली बार आपको वहाँ जाने पर आप पर खास ध्यान दिया जता है!

        हैल्थ से जुड़े कुछ जानकारीयां


ह्र्दय दर्द एवं जलन की चिकित्सा:-

* आर्जुन वृक्ष की छाल का काढ़ा पीने सेे ह्रदय के दर्द और जलन मे राहत मिलती है! 

* लहसुन को दुध में पकाकर पीने से दिल की जकडन, दर्द एवं जलन मे लाभ होता है!  

* अनार के दस ग्राम रस मे, पिसी मिश्री डालकर हर रोज सुबह पीने से दिल की जकड़न और दर्द दूर हो जाता है! 

* मूली नियमित रूप से खाने वाले व्यक्ति को कभी ह्रदय मे पीड़ा तथा जलन नहीं होता है! 

* अदरक का गुनगुना काढ़ा पीने से ह्रदय के दर्द और जलन मे बहुत जल्द ही रहत मिल जाती हैं! 

*  तीन ग्राम मुलहठी और दो ग्राम कुटकी को पिसकर मिश्री के साथ शर्बत बनाकर पीने से ह्रदय गति सामान्य होकर दुर्बलता दुर हो जाती हैं! 

गर्भावस्था में उल्टी हेतु उपचार:-


* गर्भवती स्त्री के पेट पर पानी की गीली पट्टी रखने से उल्टी बन्द हो जाती हैं! 


* अगर गर्भवती स्त्री सुबह उठकर ब्रश करने के बाद हल्के गर्म पानी में नीम्बू का रस डालकर खाली पेट पीए तो उल्टी नहीं होती हैं! 



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